उनकी कुछ यादे
बक्सर, : भोजपुरी साहित्य के पितामह के रूप में विख्यात आचार्य गणेश दत्त 'किरण' को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी गई। जिसमें कहा गया कि आचार्य किरण की कमी भोजपुरी जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। जिसकी भरपाई संभव नहीं है। बावजूद अपनी रचनाओं के बदौलत आज भी इस संसार में विद्यमान हैं। जिनकी प्रेरणा से भोजपुरी साहित्य को बल मिलता रहेगा। 'विश्व भोजपुरी सम्मेलन' की जिला इकाई द्वारा बंगाली टोला स्थित एक निजी विद्यालय में गुरुवार को समारोह आयोजित कर उनकी पुण्यतिथि मनाई गई। इस दौरान उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया तथा 'काव्य संध्या' का आयोजन कर उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। समारोह की अध्यक्षता सम्मेलन के जिलाध्यक्ष शिव बहादुर पांडेय 'प्रीतम' ने की। जबकि मंच संचालन का दायित्व वरिष्ठ अधिवक्ता व साहित्यकार रामेश्वर प्रसाद वर्मा ने निभाया।
सौजन्य से बक्सर जागरण

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